Thursday, August 20, 2015

शिरदर्द कम करने के उपाय

1. पिने के पानी से

 सिर दर्द के कारणों में से एक है कि शरीर में तरल पदार्थ की  कमी होना। और हम पहले से ही निश्चित रूप से कह  रहे हैं पानी शरीर से सेवन का एक अनिवार्य घटक है। इसलिए, अगर आप सिर दर्द से त्रस्त हैं,  तुरंत सादा पानी पिये। आपको  सिरदर्द से बचने के लिए प्रति दिन 10 - 12  गिलास सादे पानी पीने की आदत बना देनी चाहिए।

2.  आलू (Potato) खाने के साथ सिर दर्द काबू

पानी के कमी की कमी की वजह के अलावा, सिर दर्द पोटेशियम के रूप में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी की वजह से भी हो सकता है। खैर, यह सुनिश्चित करने के लिए हमें यह पोटेशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ यानि आलू का उपभोग करना है। पकाया हुआ उबला हुआ आलू खाने के लिए सबसे अच्छा है (तलाहुआ  नहीं)।

3.  केले के साथ

केले के फल के  "हमारे स्वास्थ्य"के लिए कई लाभ है। पोटेशियम युक्त केले में  मैग्नीशियम भी भरपूर होता हे जो सिरदर्द - Migrain दूर करने में मदद करता हे. वैसे, सिरदर्द के  हमलों के समय  आप सिर दर्द को कम करने के लिए केले खा सकते हैं।

4.  आइस क्यूब्स के साथ

क्या आप जानते हैं, आइस क्यूब्स भी सिर में दर्द को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता हो जाता है। यह आसान है, हमें  सिर्फ आइस क्यूब्सको अपने सिरदर्द वाले  के क्षेत्र पर धीरे-धीरे massage  करने  की जरूरत है।

5. Mint युक्त  खाद्य / पेय पदार्थों के साथ

अगर आपके सिर में दर्द एक भोजन skip करने की वजह हे और  मतली और सिर दर्द का  कारण अल्सर के दर्द  है। इसे इलाज के लिए सबसे अच्छा तरीका है mint युक्त  खाद्य / पेय पदार्थों की खपत है pappermint, पुदीना वाली चाय आदि

6. तनाव से बचें

अक्सर सिरदर्द मांसपेशियों या नसों में तनाव  के कारण होता है  , जो बहुत ज्यादा तनावपूर्ण मन की वजह से है.तो मेरी सलाह हे काम के साथ बहुत व्यस्त होना नहीं है।अपने लिए  मनोरंजन के लिए थोड़ा समय निकाले ।

Monday, August 10, 2015

6 Harmful Skincare Ingredients And Their Replacements

6 Harmful Skincare Ingredients And Their Replacements


Skin, being the outermost covering of our body, is not only the largest body organ but is also the one which is almost always exposed to dust, dirt and harmful infections. Although a number of skincare products are available today which claim to make our skin healthy, certain ingredients can have adverse effects on skin such as pre-mature aging, acne, hormonal imbalance etc. 

Here are 6 ingredients that you must completely avoid are replace with their healthier options:

1. Triclosan - It is used as an anti-bacterial agent and has often been found to be the reason behind endocrine disruption and skin irritation.
Replacement: Essential oils such as citrus, lavender etc. should be used in place of triclosan, which are much healthier and safer to use.

2. Paraben - It is mainly used in skin care products as a preservative and is found to be the major cause for estrogen disruption, eventually leading to breast cancer and various reproductive disorders.
Replacement: In place of paraben-containing products, use the ones with substances such as Benzoic Acid, Sorbid Acid and Sodium Benzoate.

3. Mineral Oil - It is mainly used in moisturizers and disrupts the detoxifying process of the skin, ultimately causing the occurrence of acne, skin irritation and early aging.
Replacement: Mineral oil hinders the normal ‘breathing’ process of the skin and should be replaced by butters and cold pressed oils.

4. BHA and BHT - Both are used as preservatives and are leading causes of endocrine disruption.
Replacement: Tocopherol is the best and safest replacement for both BHA and BHT.

5. Retinol - It is basically used to prevent the signs of aging and is a form of vitamin A which has a peeling effect on the skin. This leads to an increased skin sensitivity and has also been found to be harmful for pregnant women.
Replacement: Hyaluronic acid and aloe vera can be used in place of Retinol.

6. Propelyne Gycol - It is basically used for the maintenance of moisture in skin care products and has often been seen to cause skin irritation.
Replacement: Use products containing sorbitol or glycerin in place of those containing propelyne gycol.

Bibliography :
www.google.com
www. wikihow.com
www.lybrate.com

Wednesday, August 5, 2015

Dengue Fever / डेंगू

हर साल दुनिया में लगभग 10 करोड़ लोग डेंगू / Dengue Fever  के शिकार होते है। भारत में भी हर साल कई लोगो की Dengue Fever के कारण मृत्यु हो जाती है। हमें रोज समाचार पत्रों में या News channel पर Dengue Fever का आतंक देखने को मिलता है। समय की जरुरत है की इस बीमारी के बारे में लोगो में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाई जाए। इस लेख द्वारा मेरी कोशिश है की, आपको Dengue Fever सम्बन्धी अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त हो।

Dengue Fever के बारे में संक्षिप्त जानकारी निचे दी गयी है :

Dengue Fever क्या है ?

Dengue Fever यह एक viral बीमारी है जो की Dengue virus के 4 प्रकारों में से किसी एक प्रकार के Dengue virus से होता है। जब कोई रोगी Dengue Fever से ठीक हो जाता है, तब उस मरीज को उस एक प्रकार के Dengue virus से लम्बे समय के लिए प्रतिरोध / immunity मिल जाती है परन्तु अन्य 3 प्रकार के Dengue virus से Dengue Fever दोबारा हो सकता है। दूसरी बार होने वाला Dengue Fever काफी गंभीर हो सकता है जिसे Dengue Hemorrhagic Fever कहते है।

Dengue Fever कैसे होता है ?

Dengue Fever हवा, पानी, साथ खाने से या छूने से नहीं फैलता है। Dengue Fever संक्रमित स्त्री / मादा जाती के Aedes aegypti  नामक मच्छर के काटने से होता है। अगर किसी व्यक्ति को Dengue Fever है और उस व्यक्ति को यह मच्छर काट कर उसका खून पिता है तो उस मच्छर में Dengue virus युक्त खून चला जाता है। जब यह संक्रमित मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काट लेता है तो Dengue virus उस स्वस्थ व्यक्ति में चला जाता है।

Aedes aegypti  मच्छर की कुछ खास विशेषताए निचे दी गयी है :

  • यह दिन में ज्यादा सक्रिय होते है.
  • इन मच्छर के शरीर पर चीते जैसी धारिया होती है.
  • ज्यादा ऊपर तक नहीं उड़ पाते है.
  • ठन्डे और छाव वाले जगहों पर रहना ज्यादा पसंद करते है.
  • पर्दों के पीछे या अँधेरे वाली जगह पर रहते है.
  • घर के अन्दर रखे हुए शांत पानी में प्रजनन / breeding करते है.
  • अपने प्रजनन क्षेत्र के 200 meter की दुरी के अन्दर ही उड़ते है.
  • गटर या रस्ते पर जमा खराब पानी में कम प्रजनन करते है.
  • पानी सुख जाने के बाद भी इनके अंडे 12 महीनो तक जीवित रह सकते है.
Dengue Fever के लक्षण क्या है ?

संक्रमित मच्छर के काटने के 3 से 14 दिनों बाद Dengue Fever के लक्षण दिखने शुरू होते है। Dengue Fever के लक्षण निचे दिए गए है :
  • तेज ठंडी लगकर बुखार आना
  • सरदर्द
  • आँखों में दर्द
  • बदनदर्द / जोड़ो में दर्द
  • भूक कम लगना
  • जी मचलाना, उलटी
  • दस्त लगना
  • चमड़ी के निचे लाल चट्टे आना
  • Dengue Hemorrhagic Fever की गंभीर स्तिथि में आँख, नाक में से खून भी निकल सकता है
Dengue Fever का इलाज क्या है ?

  • Dengue Fever का रोकथाम / Prevention ही इसका सबसे अच्छा  और बेहतर ईलाज है.
  • Dengue Fever की कोई विशेष दवा या vaccine नहीं है.
  • एक viral रोग होने के कारण इसकी दवा निर्माण करना बेहद कठिन कार्य है.
  • Dengue Fever के इलाज / चिकित्सा में लाक्षणिक चिकित्सा / symptomatic treatment की जाती है.
  • Dengue Fever की कोई दवा नहीं है पर इस रोग से शरीर पर होने वाले side-effects से बचने के लिए रोगी को डॉक्टर की सलाह अनुसार आराम करना चाहिए और समय पर दवा लेना चाहिए।
  • रोगी को पर्याप्त मात्रा में आहार और पानी लेना चाहिए। बुखार के लिए डॉक्टर की सलाह अनुसार paracetamol लेना चाहिए।
  • बुखार या सरदर्द के लिए Aspirin / Brufen का उपयोग न करे.
  • डॉक्टर की सलाह अनुसार नियमित Platelet count की जाँच करना चाहिए।
  • हमारी रोगप्रतिकार शक्ति Dengue Fever से लड़ने में सक्षम होती है, इसलिए हमें हमेशा योग्य संतुलित आहार और व्यायाम द्वारा रोग प्रतिकार शक्ति को बढाने की कोशिश करनी चाहिए।
Dengue Fever के बचाव के उपाय क्या है ?

जैसे की मैंने पहले भी लिखा है, Dengue Fever का रोकथाम / Prevention ही इसका सबसे बेहतर ईलाज है। 
Dengue Fever के बचाव के उपाय निचे दिए गए है :
  • घर के अन्दर और आस-पास पानी जमा न होने दे। कोई भी बर्तन में खुले में पानी न जमने दे.
  • बर्तन को खाली कर रखे या उसे उलटा कर कर रख दे.
  • अगर आप किसी बर्तन, ड्रम या बाल्टी में पानी जमा कर रखते है तो उसे ढक कर रखे.
  • अगर किसी चीज में हमेशा पानी जमा कर रखते है तो पहले उसे साबुन और पानी से अच्छे से धो लेना चाहिए, जिससे मच्छर के अंडे को हटाया जा सके.
  • घर में कीटनाशक का छिडकाव करे.
  • कूलर का काम न होने पर उसमे जमा पानी निकालकर सुखा कर दे। जरुरत होने पर कूलर का पानी रोज नियमित बदलते रहे.
  • किसी भी खुली जगह में जैसे की गड्डो में, गमले में या कचरे में पानी जमा न होने दे। अगर पानी जमा है तो उसमे मिटटी डाल दे.
  • खिड़की और दरवाजे में जाली लगाकर रखे। शाम होने से पहले दरवाजे बंद कर दे.
  • ऐसे कपडे पहने जो पुरे शरीर को ढक सके.
  • रात को सोते वक्त मच्छरदानी लगाकर सोए.
  • अन्य मच्छर विरोधी उपकरणों का इस्तेमाल करे जैसे की electric mosquito bat, repellent cream, sprays etc. 
  • अगर बच्चे खुले में खेलने जाते है तो उने शरीर पर mosquito repellent cream लगाए और पुर शरीर ढके ऐसे कपडे पहनाए।
  • अपने आस-पास के लोगो को भी मच्छर को फैलने से रोकने के लिए प्रोत्साहित करे.
  • अपने आस-पास में अगर कोई Dengue Fever या Malaria के मरीज का पता चलता है तो इसकी जानकारी स्वास्थय विभाग एवं नगर निगम को दे, जिससे तुरंत मच्छर विरोधी उपाय योजना की जा सके.
  • Dengue Fever के ज्यादातर मरीजो की मृत्यु platelet या खून के अभाव में होती है। मेरी आप सभी से request है की जरुरत के समय रक्तदान / Blood Donation करने से बिलकुल न घबराए और साल में कम से कम दो बार Blood Donation जरुर करे.
  • कई लोग Dengue Fever में Platelet Count बढाने के लिए पपीते के पत्ते का रस पिने के सलाह देते है। पपीते के पत्ते का रस पिने के बाद कई मरीजो में platelet count में सुधार होते हुए देखा गया है। इसका कोई ठोस पुरावा नहीं है और न कोई research हुआ है.
अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो कृपया अपने दोस्तों के साथ इसे share करे !

अगर आपको यह लेख उपयोगी लगता है तो कृपया इस लेख को निचे दिए गए बटन दबाकर अपने Google plus, Facebook या Tweeter account पर share करे !

आपसे अनुरोध है कि आप आपने सुझाव, प्रतिक्रिया या स्वास्थ्य संबंधित प्रश्न निचे Comment Box में या Contact Us में लिख सकते है !